DR. ALISHA KHAN (Dermatologist)

Grace Hospital मुरादाबाद के डॉ. अलीशा खान (Dermatologist) ने बताया की अच्छी स्किन और उसके उपचार के बारे में

Skin Care: चाहिए चमकदार और खुबसूरत त्वचा तो अपनाये इस तरह की परफेक्ट रूटीन 

स्वस्थ और ग्लो करती स्किन किसको पसंद नहीं। होता यह है कि त्वचा को लेकर हम कई तरह के असमंजस में पड़ जाते हैं। कौन सा प्रोडक्ट यूज़ करना है, कैसे केयर करनी है, किन चीजों से बचना है? आदि। इस असमंजस के कारण अक्सर हम या तो अपने किसी परिचित की देखा देखी प्रोडक्ट यूज करने लगते हैं या गलत स्किन रूटीन अपना लेते हैं। इसका खामियाजा त्वचा को भुगतना पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि स्किन के लिए एक सही रूटीन हो। ताकि स्किन रहे चमकदार और स्वस्थ भी। अपनी स्किन को सही देखभाल दीजिये। इससे न केवल त्वचा की ऊपरी परत ग्लो करती है, बल्कि त्वचा भीतर से भी साफ़ और स्वस्थ हो जाती है। इससे त्वचा पर होने वाली सामान्य समस्याओं से बचने में भी मदद मिल सकती है। यह रूटीन युवावस्था से लेकर बड़ी उम्र तक कोई भी अपना सकता है। ख़ास बात यह कि इससे आपकी त्वचा लम्बे समय तक उम्र की वजह से होने वाली परेशानियों से भी बच सकती है। तो इस तरह अपनाएं एक सही स्किन केयर रूटीन-


बेस्ट स्किन केयर रूटीन
कई बार किसी की स्किन देखकर आप मन में सोचते हैं, कितनी अच्छी स्किन है इसकी। जरूर इसको ये इसके जींस की वजह से मिली होगी। अर्थात उस व्यक्ति के परिवार में ही पीढ़ी दर पीढ़ी अच्छी स्किन का तोहफा मिलता आ रहा होगा। लेकिन हर बार आपका यह अंदाजा सही हो यह जरूरी नहीं। अच्छी, चमकदार और स्वस्थ त्वचा अच्छी देखभाल से भी मिल सकती है और इसके लिए जरूरत होती है नियम से एक रूटीन को अपनाने की। एक ऐसा रूटीन जो आपकी पूरी त्वचा पर ध्यान देने में मदद कर सके। इसमें साधन और स्टेप्स भले ही कम हों लेकिन इसका असर त्वचा पर दिखे। ऐसे रूटीन के लिए रात को सोने से पहले की त्वचा की सफाई को भी जरूर याद रखा जाता है। इससे त्वचा को उस समय खुलकर सांस लेने और टूट फुट की मरम्मत करने का मौका मिलता है, जब आप गहरी नींद में होते हैं। वैसे तो त्वचा में पूरे शरीर की त्वचा शामिल होती है और पूरी त्वचा का ख्याल रखना जरूरी है लेकिन यहाँ हम बात कर रहे हैं खासकर चेहरे की त्वचा की जो सबसे ज्यादा मुश्किलें झेलती है और कोमल भी होती है।

इन मुख्य बातों को हमेशा याद रखें 
स्किन केयर रूटीन के तीन मुख्य हिस्से हैं-
* क्लींजिंग 

* टोनिंग 

* मॉइश्चराइजिंग 

अपनी स्किन को लेकर सजग रहने वाले ज्यादातर लोग इन तीनों ही बातों को जानते हैं लेकिन कई बार इन तीनों की सही जानकारी न होना या गलत तरह से अथवा गलत उत्पादों का प्रयोग परिणामों को भी बिगाड़ सकता है। ऐसे में मन में यह ख्याल आता है कि स्किन केयर रूटीन से कुछ नहीं होता। जबकि यहाँ बात आपके चयन और तरीके से जुड़ी होती है। स्किन केयर रूटीन का असल मकसद होता है त्वचा की सफाई कर उसकी सभी परतों तक भरपूर तरीके से ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन को सुचारू बनाये रखना। यह रूटीन आपकी प्राकृतिक त्वचा को स्वस्थ और साफ़ बनाये रखने में मदद करता है। यह कोई जादू नहीं है कि तीन दिन में रूटीन का पालन करने से आपकी त्वचा एकदम निखर जाएगी। यह हमेशा के लिए अपनाई जाने वाली आदत है, ठीक जैसे हम रोज ब्रश करते हैं या नहाते हैं। इसलिए कोई भ्रान्ति मन में न पालें। दुनिया में ऐसा कोई उत्पाद नहीं है जो रातों रात आपकी त्वचा को सुंदर, स्वस्थ और चमकता हुआ बना दे। हां, मेकअप के जरिये आप कुछ हद तक त्वचा को छुपा जरूर सकते हैं।

सही तरीका और उपयोग
सबसे पहले आती है क्लींजिंग और यह एक बहुत ही साधारण सा स्टेप है। चेहरे को साफ़ पानी या फेस वॉश से दिन में कम से कम दो बार जरूर धोएं। याद रखें कि अगर आपकी स्किन बहुत सेंसेटिव, ऑयली या ड्राय है तो आपके पास एक सही फेसवॉश का होना जरूरी है। दिनभर हवा में मौजूद प्रदूषण, धूल और गंदगी के कण त्वचा पर उपस्थित रोमछिद्रों को बंद कर देते हैं और यही तमाम समस्याओं के पैदा होने का कारण बन सकता है। इसलिए चेहरे को अच्छे से पानी से छपाके मानकर धोएं। पानी का साफ़ होना इसलिए जरूरी है क्योंकि गंदा पानी त्वचा पर रहकर जर्म्स, बैक्टीरिया आदि के पनपने में मदद कर सकता है। रात को सोने से पहले चेहरे और गर्दन के साथ ही पूरे हाथों, पैरों को भी अच्छे से धोएं। क्लींजिंग के लिए हफ्ते में एक बार स्क्रब का भी उपयोग किया जा सकता है लेकिन बहुत कड़क या रफ इंग्रेडिएंट्स वाले उत्पादों से बचें। जैसे अखरोट के छिलकों के चूरे आदि से बने स्क्रब। ये त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। 

इन उत्पादों का करें उपयोग 
क्लींजिंग के लिए उत्पाद चुनते समय अपने स्किन टाइप, सेंसेटिविटी आदि का पूरा ध्यान रखें। किसी भी साबुन या फेसवॉश के इंग्रेडिएंट्स को ध्यान से पढ़कर ही खरीदें, चाहे वह नैचुरल या हर्बल प्रोडक्ट ही क्यों न हो। उदाहरण के लिए ऑइली या ऐसी स्किन जिन पर मुहांसे जल्दी निकलने की समस्या हो, उसके लिए फोम वाले लिक्विड क्लींजर चुनें। ड्राय या बहुत संवेदनशील त्वचा जिसपर स्किन संबंधी समस्याएं जल्दी उभरती हैं उनके लिए क्रीम या लोशन वाले क्लींजर चुनें। इसी तरह मेच्योर स्किन के लिए मेल्टिंग बाम और सामान्य त्वचा के लिए माइसेलर वॉटर वाले क्लींजर चुनें। याद रखें अगर आपकी स्किन बहुत सेंसेटिव है तो हमेशा डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह लेकर ही त्वचा के लिए मेडिकेटेड उत्पाद चुनें। इसी तरह अगर आपको किसी तरह की एलर्जी है तो भी प्रोडक्ट के इंग्रेडिएंट्स देखकर ही खरीदें। 

टोनर्स बेहतर परिणाम दे सकते हैं
अब आते हैं टोनिंग पर। टोनिंग का मुख्य मसकद होता है त्वचा को पोषण देकर रिच बनाना। आजकल बाजार में कई टोनर्स उपलब्ध हैं जो विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से भी भरे होते हैं।  इनमें से अपनी स्किन टाइप के हिसाब से एक चुनकर आप उपयोग कर सकती हैं। प्रोडक्ट चुनते समय भी ध्यान रखें कि जो इंग्रेडिएंट्स पहले से आपके किसी उत्पाद में हैं उसके अलावा कोई इंग्रेडिएंट टोनर में हो। अगर आपके किसी एक उत्पाद में पहले से विटामिन आदि हो तो टोनर नहीं चुनने से भी चलेगा। कई बार किसी खास स्किन टाइप के लिए डॉक्टर भी कुछ पोषक तत्वों युक्त लोशन आदि प्रिस्क्राइब करते हैं। तब भी टोनर को न लगाने का विकल्प आप चुन सकती हैं।

सामान्य परिस्थितियों में जो टोनर्स स्किन पर बेहतर परिणाम दे सकते हैं उनमें शामिल हैं-
अल्फ़ा और बीटा हाइड्रोक्सी एसिड, हायल्यूरॉनिक एसिड,रोज वॉटर व ग्रीन टी तथा विटामिन ई व सी युक्त टोनर्स। आप चाहें तो सामान्य गुलाबजल का उपयोग भी कर सकती हैं।

सीरम का असर
मॉइश्चराइजर और सनस्क्रीन से पहले आप उपयोग कर सकती हैं सीरम का। सीरम एक ऐसी चीज है जो त्वचा पर दाग-धब्बों और झाइयों, झुर्रियों से बचाव में सक्षम होती है। ये भी एक प्रकार से त्वचा को मिलने वाला पोषण है जिसमें विटामिन्स या एंटीऑक्सीडेंट्स भी हो सकते हैं। इनका उपयोग खासतौर पर सुबह चेहरा धोने के बाद करना अधिक फायदेमंद होता है। इससे त्वचा की कांति भी बनी रहती है। आप सामान्य विटामिन सी, , विटामिन बी 3 व पेप्टाइड्स युक्त सीरम का उपयोग कर सकती हैं। ज्यादातर इन्ही को त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है। हालाँकि सीरम भी एक तरह का बहुत हल्का मॉइश्चराइजर ही होते हैं और यह त्वचा को हायड्रेट रखने का काम तो करते हैं लेकिन ये नमी को रोक कर नहीं रख पाते। इसलिए सीरम के बाद मॉइश्चराइजर का उपयोग जरूर करें।

मॉइश्राइजर है जरूरी
सीरम के बाद मॉइश्राइजर की जरूरत ही इसलिए होती है ताकि त्वचा को पर्याप्त नमी मिल सके। हमारी त्वचा पर एक सुरक्षा परत होती है जो पानी को त्वचा की भीतरी परत तक भेजने का और जर्म्स को बाहर ही रखने का काम करती है। होता यह है कि तेज ठंड, गर्मी, धूल-धुआं, बारिश, अल्ट्रावायलेट किरणें तथा रासायनिक सौंदर्य उत्पाद त्वचा की इस परत को नुकसान पहुंचाते हैं। इसकी वजह से त्वचा पर खुले रह गये रोमछिद्र नमी को रोके रखने में नाकाम हो जाते हैं और जर्म्स के अंदर पहुंचने के लिए जगह दे देते हैं। मॉइश्चराइजर इस स्थिति में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वह त्वचा की इस सुरक्षा परत की मरम्मत करता है और स्थिति को फिर से नियंत्रण में लाने में मदद करता है। साथ ही यह त्वचा की नमी को भी फिर से बनाये रखने में भी सहायक होता है। इसलिए अगर आपकी त्वचा ड्राय या सेंसेटिव है तो खासकर मॉइश्चराइजर का प्रयोग करें। मॉइश्चराइजर का उपयोग तो ऑइली त्वचा वालों को भी करना ही चाहिए। बस ऑइली त्वचा के लिए जेल बेस्ड और लाइटवेट मॉइश्चराइजर चुनें। वहीं ड्राय स्किन के लिए क्रीम बेस्ड मॉइश्चराइजर चुनें। 

इन बातों का भी रखें ख्याल          
 -मॉइश्चराइजर के बाद घर से बाहर निकलने के 15 मिनिट्स पहले सनस्क्रीन का उपयोग जरूर करें,चाहे गर्मियों का मौसम हो या बारिश का। सनस्क्रीन कम से कम एसपीएफ 30 का हो यह जरूरी है। 

-भरपूर मात्रा में पानी पीएं और शरीर को हायड्रेट बनाये रखें। 

-अपने तकियों के कवर को कम से कम हफ्ते में एक बार जरूर बदलें। 

-सोते समय अपने बाल बांधकर रखें, खासकर यदि बाल धुले नहीं हैं तो।

-सीरम को कभी भी मॉइश्चराइजर में मिलाकर न लगाएं। 
-स्किन रूटीन की शुरुआत हमेशा सिम्पल तरीके से करें। पहले त्वचा पर इसका परिणाम देखें इसके बाद चाहें तो मास्क, एक्सफोलिएंट्स, दाग-धब्बों के लिए अतिरिक्त साधनों का प्रयोग करें।

-चाहे कोई भी उत्पाद खरीदें, हमेशा पैच टेस्ट पहले करें फिर ही चेहरे पर उसका उपयोग करें। खासकर यदि आपको किसी प्रकार की एलर्जी है या आपकी स्किन बहुत सेन्सेटिव है तो। 

-चेहरे पर नीबू, टूथपेस्ट, बेकिंग सोडा, लहसुन, शकर जैसी चीजों का प्रयोग करने से बचें। आजकल डीआईवाय हैक्स के नाम पर ऐसी बहुत सारी चीजों का उपयोग करने के लिए टयुटोरियल बताये जाते हैं। ये सभी विशेषज्ञों द्वारा बताए गए हों, यह जरूरी नहीं। इसलिए इन पर विश्वास करने से बचें।